डोनाल्ड ट्रंप की वजह से बाजार में आई तेजी

नई दिल्ली। भारत का शेयर बाजार सोमवार को क्रैश कर गया था। लेकिन, आज इसने जोरदार तरीके से बाउंसबैक किया है। निफ्टी 50 इंडेक्स 148.85 अंकों (0.64%) की बढ़त के साथ 23,509.90 पर खुला। वहीं, बीएसई सेंसेक्स 500.86 अंकों (0.65%) की मजबूती के साथ 77,687.60 पर पहुंच गया। सुबह करीब 10 बजे तक दोनों प्रमुख सूचकांक में करीब एक-एक फीसदी का उछाल देखने को मिल रहा था। आइए जानते हैं कि शेयर बाजार में तेजी की क्या वजह है और क्या ये सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।

डोनाल्ड ट्रंप की वजह से बाजार में आई तेजी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शेयर बाजार को लगातार सरप्राइज कर रहे हैं। पहले उन्होंने कनाडा, मेक्सिको और चीन पर भारी टैरिफ लगाने का एलान किया था। इससे दुनिया भर में ट्रेड वॉर की आशंका छिड़ गई थी और जापान, दक्षिण कोरिया के साथ भारतीय शेयर बाजार भी क्रैश कर गया था। हालांकि, अब ट्रंप ने मेक्सिको और कनाडा पर टैरिफ लगाने की योजना को स्थगित कर दिया है। इससे भारत समेत दुनियाभर के शेयरों में जबरदस्त तेजी आई है।

शेयर मार्केट एक्सपर्ट की क्या राय है?

एक्सपर्ट का कहना है कि ट्रंप ने टैरिफ पर जो अस्थायी रोक लगाई है, उससे बाजार को सोमवार की गिरावट से उबरने में मदद करेगी। अब निवेशकों का ध्यान यूनियन बजट पर केंद्रित हो गया है, जो पहले व्यापार संबंधी चिंताओं के कारण प्रभावित था। साथ ही, निवेशकों को उम्मीद है कि आरबीआई की एमपीसी में ब्याज दरों में कटौती का एलान भी हो सकता है, जिसके नतीजे 7 फरवरी को आएंगे।

बैंकिंग और मार्केट विशेषज्ञ अजय बग्गा ने समाचार एजेंसी ANI से कहा, “यूनियन बजट से मिले सकारात्मक संकेत बाजार को समर्थन देंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) शुक्रवार, 7 फरवरी को ब्याज दरों में कटौती की शुरुआत कर सकता है। बाजार आज अमेरिकी और एशियाई बाजारों के नक्शेकदम पर चलकर कुछ हद तक रिकवरी कर सकता है।”

 

उन्होंने आगे कहा, “ट्रम्प की नीतियों के अनुसार ट्रेडिंग करना बेहद खतरनाक हो सकता है। मुद्रा बाजार से लेकर शेयर बाजार, कमोडिटीज़ और यहां तक कि क्रिप्टो एसेट्स तक, सभी में सोमवार रात और मंगलवार सुबह उथल-पुथल देखने को मिली। मेक्सिको और कनाडा को ट्रम्प टैरिफ से 30 दिनों की राहत मिली है, लेकिन इसके बदले उन्होंने अपनी सीमा सुरक्षा को मजबूत करने, ड्रग तस्करी के खिलाफ लड़ाई को तेज करने और एक नए समझौते पर बातचीत करने पर सहमति जताई है।”

क्या शेयर बाजार में तेजी जारी रहेगी?

एक्सपर्ट का मानना है कि फिलहाल वैश्विक स्तर पर काफी अनिश्चितता है। खासकर, ट्रंप की आर्थिक नीतियों को लेकर। उन्होंने चीन पर टैरिफ जारी रखी है। अगर ट्रंप दूसरे देशों पर भी टैरिफ लगाते हैं, तो इससे टैरिफ वॉर छिड़ने की आशंका है। इसका मतलब है कि निकट अवधि में शेयर बाजार अस्थिर बना रहेगा।

हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में इनकम टैक्स में कटौती करके काफी राहत दी है। इससे खपत को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। कुछ ऐसा ही कदम आरबीआई भी ब्याज दरों में कटौती करके उठा सकता है। इससे बाजार को बूस्ट मिलेगा।

सेक्टोरल इंडेक्स में बढ़त

NSE के अधिकांश सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में थे, सिवाय निफ्टी FMCG के, जो नकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहा था। निफ्टी ऑटो में 1.58% की बढ़त देखी गई, जबकि निफ्टी PSU बैंक 1.72% से अधिक उछला, जिससे बैंकिंग सेक्टर में निवेशकों का भरोसा मजबूत होता दिखा।

निफ्टी 50 इंडेक्स के 50 शेयरों में से 40 हरे निशान में थे, जबकि 11 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। व्यापक बाजार धारणा पॉजिटिव बनी रही, जिसका सपोर्ट ग्लोबल मार्केट ने किया।

एशियाई बाजारों में भी तेजी

शेयर बाजार में तेजी सिर्फ घरेलू स्तर तक सीमित नहीं थी, बल्कि एशियाई बाजारों में भी मजबूत बढ़त देखी गई।

  • जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 1% से अधिक चढ़ा।
  • हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 2.48% उछला।
  • दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 1.5% मजबूत हुआ।

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