आप अकेले दम पर लड़ेगी चुनाव
बता दें कि गठबंधन को लेकर मंगलवार की रात में I.N.D.I.A के नेताओं के बीच बैठक हुई थी। इसके बाद ही बुधवार को केजरीवाल ने अकेले चुनाव लड़ने का एलान किया है।
आम आदमी पार्टी की दो सूची हो चुकी जारी
2015 के चुनाव में आप ने रचा था इतिहास
वहीं, दिल्ली में 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी के खाते में सिर्फ तीन सीटें ही आई थीं। खास बात यह है कि कांग्रेस को दिल्ली में एक भी सीट नहीं मिली थी।
इसके बाद 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में आप को 70 में से 62 सीटें मिलीं, जबकि आठ सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा किया था। 2020 के चुनाव में भी कांग्रेस का खाता नहीं खुला था। अब देखना यह होगा कि अगर कांग्रेस इस बार भी अकेले चुनाव लड़ती है तो उसे कितनी सीटें मिलेगी।
हालांकि, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में यह भी देखना अहम होगा कि आम आदमी पार्टी इस बार 62 के आंकड़े को पार करेगी या एक बार फिर से नीचे खिसक जाएगी। वहीं, आप की ओर से कहा गया था कि इस बार आम आदमी पार्टी 50 से ज्यादा सीटें जीतेगी।