आगे बहराइच की घटना में मौत के घाट उतार दिए गए 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की भी चर्चा करते हुए बोले कि बहराइच के अंदर एक हिंदू नौजवान की महज इसलिए हत्या कर दी गई की उसने सिर्फ एक अपने धर्म का झंडा लगा दिया था।
सपा के पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान बर्क खुद को भारत का नागरिक नहीं, बल्कि बाबर की संतान कहते थे। आपको तय करना है कि आक्रांताओं को आदर्श मानते हैं या राम-कृष्ण, बुद्ध की परंपरा को। भारत में राम-कृष्ण व बुद्ध की परंपरा ही रहेगी, बाबर और औरंगजेब की नहीं। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि कल आपसे कहूं कि अल्लाह हो अकबर हमें अच्छा नहीं लगता तो क्या आपको अच्छा लगेगा। हमारी विरासत इतनी प्राचीन है कि हम उस परंपरा को ही लेकर चलें और जय श्रीराम, हर-हर महादेव व राधे-राधे के संबोधन से ही पूरा जीवन कट जाएगा। हमें और किसी संबोधन की आवश्यकता नहीं है।
किसने बंद किए थे कुएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि संभल में बजरंग बली का जो मंदिर आज निकल रहा है, 1978 से उस मंदिर को इन लोगों ने खुलने नहीं दिया। वहां 22 कुएं किसने बंद किए थे? मुख्यमंत्री ने विपक्षी नेताओं से कहा कि आपने बाबरनामा पढ़ा होता तो ये बहस नहीं करते। आपकी तो राजनीति बांटने व कटवाने की रही है। इसलिए तो हमने कहा है कि न बंटेंगे और न कटेंगे। योगी ने कहा कि संभल के पठान और शेख कह रहे हैं कि हमारे पूर्वज हिंदू थे। यह देशी-विदेशी मुसलमानों की भिड़ंत है, जो वर्चस्व को लेकर चल रही है। मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष के बयान पर कहा कि बाबरनामा कहता है कि हरिहर मंदिर तोड़कर ढांचा खड़ा किया गया। पुराण भी कहते हैं श्रीहरि विष्णु का दसवां अवतार संभल में ही होगा।