देहरादून। दीपावली पर उल्लू समेत अन्य वन्यजीवों के शिकार की आशंका के चलते वन विभाग ने छुट्टियों पर रोक लगा दी है। सभी संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने के साथ ही शिकारियों की गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। वन मुख्यालय ने सभी प्रभागीय वनाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में फील्ड कर्मियों को मुस्तैद रखने के निर्देश दिए हैं।
दीपावली के दौरान वन्यजीवों के शिकार की आशंका को देखते हुए देहरादून के प्रभागीय वनाधिकारी ने दून के विभिन्न इलाकों में सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। वन कर्मियों ने रात को गश्त बढ़ा दी है और वन सीमाओं पर नजर रखी जा रही है।
अंधविश्वास के चलते उल्लू को बनाया जाता है शिकार
त्योहारी सीजन में वन्यजीव तस्करी और शिकार की घटनाएं बढ़ जाती हैं। खासकर दीपावली के दौरान अंधविश्वास के चलते उल्लू का शिकार करने के मामले बढ़ जाते हैं। इसी को देखते हुए वन विभाग भी सतर्क हो गया है। प्रभागीय वनाधिकारी नितीशमणि त्रिपाठी ने बताया कि शिकार की आशंका को देखते हुए चेकिंग बढ़ा दी गई है। साथ ही रात्रि गश्त पर भी जोर दिया जा रहा है।
शिकारियों पर रखी जाएगी नजर
दून शहर से लगे सभी वन रेंजों में वाहनों की भी चेकिंग की जा रही है। गुरुवार से ही वन विभाग की विभिन्न टीमों ने प्रेमनगर, आशारोड़ी, रायपुर, टपकेश्वर आदि क्षेत्रों में चेकिंग अभियान चला रखा है। इसके अलावा पुराने चिह्नित शिकारियों पर भी नजर रखी जा रही है।
बताया कि रात के अमय अक्सर शिकारी कच्चे रास्तों से वन क्षेत्रों में प्रवेश कर शिकार करते हैं। जिसके लिए ग्रामीणों से भी वन विभाग को सूचना देने की अपील की गई है। कहा कि केवल आपातकाल की स्थिति में ही वन कर्मियों को अवकाश दिया जाएगा।