देहरादून:धोखाधड़ी और जालसाजी से जमीनें बेचने के आरोप में बिल्डर सुधीर विंडलास समेत 4 को सीबीआई ने किया गिरफ्तार। सुधीर विंडलास पर अपने साथियों के साथ मिलकर बेशकीमती जमीनों को धोखाधड़ी से बेचने का आरोप है। इसी वर्ष की शुरुआत में सरकार की संस्तुति पर सीबीआई ने बिंडलास समेत 20 लोगों के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज किए थे। इन चारों आरोपियों को गिरफ्तारी की सीबीआई के अधिकारियों ने पुष्टि की है। आरोपियों को शुक्रवार सुबह सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा।जनवरी 2022 में देहरादून के एक कारोबारी ने राजपुर थाने में सुधीर बिंडलास और उनके परिजनों व कर्मचारियों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज कराए थे। आरोप था कि विंडलास ने जमीनों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें बेचा है। इसमें कई मृत लोगों को भी जीवित दर्शाकर अपने कर्मचारियों व साथियों को उनके स्थान पर खड़ा किया गया था। सुधीर के विरुद्ध सबसे पहले दुर्गेश गौतम निवासी राजपुर ने वर्ष 2018 में पुलिस की एसआइटी (भूमि) से शिकायत की थी।दुर्गेश का आरोप था कि सुधीर और उनके साथियों ने राजपुर में करीब एक हेक्टेयर सरकारी भूमि पर कब्जा कर लिया है। इसमें कुछ तहसील कर्मचारियों की मिलीभगत का आरोप भी था। एसआइटी की जांच के बाद मामले में 14 फरवरी 2018 को राजपुर थाने में सुधीर व अन्य के खिलाफ जालसाजी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।सुधीर विंडलास के विरुद्ध तीसरा मुकदमा 13 जनवरी 2022 को सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल सोबन सिंह दानू की शिकायत पर दर्ज हुआ। राजपुर थाने में दर्ज इस मुकदमे में सुधीर पर सोबन सिंह दानू को सरकार की ओर से जोहड़ी गांव में आवंटित भूमि कब्जाने का आरोप है।सरकार की संस्तुति के बाद सीबीआई की एंटी करप्शन शाखा देहरादून में चार मुकदमे सुधीर विंडलास समेत 20 लोगों के खिलाफ दर्ज किए। जांच के दौरान सीबीआई ने उनके घर, ठिकानों और संस्थान पर भी छापे मारे। इसी बीच बृहस्पतिवार शाम को उद्योगपति सुधीर विंडलास, रवि दयाल व दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया है।