देहरादून नाबालिग से डॉक्टर द्वारा छेड़छाड़ मामले में आयोग गम्भीर दून CMO से डॉक्टर के विरुद्ध की गयी कार्यवाही की रिपोर्ट की तलब

देहरादून दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के नाम पर डॉक्टर द्वारा 16 वर्षीय टीबी की मरीज़ छात्रा का यौन उत्पीड़न,छेड़छा।

समस्त प्रकरण इस प्रकार हैं कि देहरादून दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के नाम पर 16 वर्षीय छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया, पीड़िता का आरोप है कि टीबी का इलाज करने के नाम पर डॉक्टर ने उसके साथ अश्लील हरकत की पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया हैं।
आरोप है कि डॉक्टर ने छात्रा को लगातार चेकअप करने के बहाने बुलाया और उसके साथ अश्लील हरकत की छात्रा ने डॉक्टर के गलत इरादे को समझने के बाद अस्पताल आने से मना कर दिया,उसके बाद आरोपी डॉक्टर अयोध्या प्रसाद लगातार उसे डरा-धमका कर अस्पताल आने के लिए मजबूर करने लगा लेकिन पीड़िता ने आरोपी डॉक्टर से फोन पर साफ मना कर दिया, जिसके बाद भी डॉक्टर पीड़िता छात्रा को लगातार फोन कर मानसिक रूप से परेशान करता रहा।
भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी द्वारा इस अत्यंत ही गंभीर मामले में मानव अधिकार आयोग उत्तराखंड में दिनाँक 04-4-2022 को जनहित याचिका दायर कर निवेदन किया गया कि दून अस्पताल के डॉक्टर द्वारा टीबी की मरीज नाबालिग छात्रा का यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ करना बहुत ही शर्मनाक और गंभीर है,पुलिस ने छात्रा के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है, परंतु एक सरकारी डॉक्टर पर यह आरोप लगने के बाद मामले में लीपापोती कर आरोपी डॉक्टर को बचाने की कोशिश भी की जा सकती है, इसलिए जनहित न्यायहित में कार्यवाही करते हुए संपूर्ण मामले की रिपोर्ट तलब करने की कृपा करें।
आयोग द्वारा दिनाँक 08-4- 2022 को जनहित याचिका की सुनवाई की गई तथा मामले की अति गंभीरता को देखते हुए और मेरे द्वारा किये गए निवेदन पर कि अयोध्या प्रसाद के सरकारी डॉक्टर होने के कारण लीपापोती कर उसको बचाने की कोशिश की जा सकती है, पर आयोग द्वारा तत्काल दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को नोटिस जारी कर रिपोर्ट तलब की गई है।
प्राचार्य राजकीय दून मेडिकल काॅलेज, देहरादून द्वारा आख्या दाखिल की गई है, जिसमें अंकित किया गया है कि “डाॅ0 अयोघ्या प्रसाद, चिकित्सा अधिकारी, टी0बी0 चिकित्सालय, देहरादून, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के चिकित्सा अधिकारी है एवं मुख्य चिकित्साधिकारी देहरादून के प्रशासनिक नियंत्रण में हैं, साथ ही प्रशनगत प्रकरण में डाॅ0 अयोध्या प्रसाद को उत्तराखण्ड शासन, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा षिक्षा अनुभाग 1 के कार्यालय आदेश दिनांक 20 मई, 2022 के माध्यम से निलम्बित किया जा चुका है तथा उनके विरुद्ध न्यायिक कार्यवाही गतिमान है।“
आयोग द्वारा प्राचार्य राजकीय दून मेडिकल काॅलेज, देहरादून की आख्या पर संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून से आरोपी डॉक्टर के विरुद्ध की गई संपूर्ण कार्रवाई की रिपोर्ट 4 सप्ताह में तलब की है।

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