गोरखपुर। नवागत डीएम दीपक मीणा ने बुधवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया। इसके पहले वह गाजियाबाद के डीएम थे। गोरखपुर के 67वें डीएम के तौर पर पुराने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित कोषागार में चार्ज संभालने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में श्री मीणा ने कहा कि जिले की जनता की समस्याओं का समय से निस्तारण, उनकी पहली प्राथमिकता है। शासन द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पात्र व्यक्ति तक पहुंच सके, यह सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में जितनी भी विकास परियोजनाएं चल रही हैं, उन्हें समय से गुणवत्ता के साथ पूरा कराया जाएगा।
गाजियाबाद से पहले वह मेरठ, सिद्धार्थनगर और श्रावस्ती के भी डीएम रह चुके हैं। ट्रेनिंग के बाद उनकी पहली पोस्टिंग 2012 में अलीगढ़ में हुई थी। इसके बाद वे आजमगढ़ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बने। वहां के बाद फिर अलीगढ़ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रहे। 14 अगस्त 2014 से 10 अक्टूबर 2014 तक सीडीओ बुलंदशहर रहे। 19 अक्टूबर 2014 से 12 अप्रैल 2015 तक सीडीओ अलीगढ़ रहे।
वहां के बाद आगरा, मैनपुरी और सहारनपुर में भी सीडीओ की जिम्मेदारी निभाई। 26 अप्रैल 2017 को श्रावस्ती और 8 जून 2019 को सिद्धार्थ नगर के डीएम बने। इसके बाद मेरठ से गाजियाबाद का डीएम बनाया गया। श्री मीणामूल रूप से राजस्थान के रहने वाले है। उन्होंने आइआइटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल में बीटेक की शिक्षा प्राप्त की है।
इस दौरान सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी, एडीएम वित्त एवं राजस्व विनीत सिंह, सीटीओ प्रवीण कुमार सिंह, एसडीएम सदर दीपक गुप्ता, राजेश सिंह, नीरज श्रीवास्तव आदि प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।