रुद्रप्रयाग। केदारघाटी में हुई बारिश एवं लैंड स्लाइडिंग के चलते गुरूवार को लगभग दो घंटे देर से केदारनाथ यात्रा शुरू हुई। मौसम ठीक होने के बाद सोनप्रयाग से लगभग 8 हजार तीर्थयात्रियों को सुरक्षा के बीच केदारनाथ भेजा गया। यात्रियों की संख्या बढ़ने से यात्रा पड़ावों पर रौनक लौट आई है। वहीं प्रतिदिन 8 से 11 हजार के बीच यात्री दर्शन कर रहे है।
गत बुधवार देर रात्रि से जारी बारिश एवं यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने यात्रियों को सोनप्रयाग में ही रोक दिया। जैसे ही मौसम ठीक हुआ, वैसे ही 8 बजे सोनप्रयाग से 8 हजार यात्रियों को केदारनाथ धाम के लिए रवाना किया। भूस्खलन एवं संवेदनशील स्थानों पर यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की मौजूदगी में आवाजाही कराई गई।
यात्रा पड़ावों पर रौनक
साथ ही केदारनाथ से वापस आने वाले यात्रियों को सकुशल सोनप्रयाग पहुंचाया जा रहा है। यात्रियों की संख्या में लगातार हो रहे इजाफे से यात्रा पड़ावों पर रौनक लौटने लगी। तथा व्यपारियों के चेहरों भी खिल उठे है। वहीं पिछले एक सप्ताह में केदारनाथ धाम यात्रा ने भी तेजी पकड़ ली है। प्रतिदिन 8 से 11 हजार के बीच यात्री प्रतिदिन भोले बाबा के दर्शन कर रहे हैं। शाम को बाबा केदार की आरती के समय मंदिर परिसर में यात्रियों के जयकारों से पूरी केदारपुरी शिवमय बनी हुई है।
कोतवाली निरीक्षक सोनप्रयाग देवेंद्र असवाल ने बताया कि गुरूवार को 8 हजार यात्रियों को सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए रवाना किया गया। जहां भूस्खलन का खतरा है वहां यात्रियों की सुरक्षा को लेकर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें मौजूद है।