सितारगंज। हत्या में दोषसिद्ध उम्रकैदी केंद्रीय कारागार संपूर्णानंद शिविर से फरार हो गया था। स्पेशल टास्क फोर्स और पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे राजस्थान के फलोदी जिले से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में जेल अधीक्षक ने उम्रकैदी पर मुकदमा भी पंजीकृत कराया था।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि वर्ष 1995 में नानकमत्ता के ग्राम बिचई निवासी जनरल सिंह ने हत्याकांड को अंजाम दिया था। 23 फरवरी वर्ष 2022 को उच्च न्यायालय ने जनरल सिंह को आजीवन कारावास और दो हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। इसके बाद से जरनैल सिंह केंद्रीय कारागार एवं संपूर्णानंद शिविर में सजा भोग रहा था।
जेल से फरार हो गया था जरनैल सिंह
17 अगस्त वर्ष 2023 को जरनैल सिंह मौका पाकर जेल से फरार हो गया। इस मामले में जेल अधीक्षक अनुराग मलिक ने मुकदमा पंजीकृत कराया था। जेल से फरार होने के बाद पुलिस को दोषसिद्ध बंदी जरनैल की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस और एसटीएफ की टीमों ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में संभावित ठिकानों पर दबिश दी। लेकिन वह हाथ नहीं आया। जिस पर एसएसपी ने उस पर 50 हजार के इनाम घोषित किया था।
एसटीएफ ने किया इनामी को गिरफ्तार
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि इस बीच सूचना मिली कि फरार कैदी राजस्थान में है, जिसके बाद एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह, एसआई केजी मठपाल, सिडकुल चौकी इंचार्ज दीपक कौशिक की अगुवाई में पुलिस टीम राजस्थान पहुंची। जहां पुलिस ने जरनैल सिंह को राजस्थान के थाना देचू जिला फलोदी से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार बदमाश को राजस्थान जोधपुर मजिस्ट्रेट से 48 घंटे के रिमांड पर लाकर थाने में रखा गया है।
काशीपुर में पांच वारंटी गिरफ्तार
उधर, काशीपुर में कोतवाली पुलिस टीम ने अलग-अलग मामलों के पांच वारंटियों को गिरफ्तार किया है। कोतवाली पुलिस ने अनस पुत्र अफसर अली निवासी गड्ढा कालोनी, प्रकाश पुत्र हेतराम निवासी बनवारी पेपर मिल के पीछे, काला सिंह पुत्र प्रेम सिंह निवासी जगतपुर, आरिफ पुत्र हाजी हनीफ निवासी मदर्स कालोनी बांसफोड़ान और शोएब उर्फ आलम पुत्र अमजद अली मौहल्ला महेशपुरा को गिरफ्ता किया है। पुलिस गिरफ्तार आरोपितों को न्यायालय के समक्ष पेश करेगी।