वाराणसी। काशी विश्व के तीसरे शहर में शुमार है, जहां अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए देश की पहली रोपवे सुविधा शुरू होने जा रही है। रोपवे के संचालन में सुरक्षा और सुगमता का विशेष ध्यान है। रोपवे प्रोजेक्ट की सुरक्षा और तकनीकी मजबूती सुनिश्चित करने के लिए आस्ट्रिया के विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम द्वारा पहले सेक्शन के निर्माण के लिए 90 गोंडोला का परीक्षण किया जा रहा है।
रोपवे परीक्षण का उद्देश्य रोपवे की सुचारू और सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करना है। इसके लिए आस्ट्रिया के विशेषज्ञ बनारस में डेरा डाले हुए हैं। नेशनल हाईवे लाजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों की मानें तो रोपवे का कमीशनिंग या परीक्षण का काम चल रहा है।
पहले सेक्शन में रोपवे का पहला स्टेशन कैंट जबकि दूसरा विद्यापीठ और तीसरा स्टेशन रथयात्रा होगा। दूसरे सेक्शन रथयात्रा से गोदौलिया तक कार्य भी चल रहा है। कार्य पूर्ण होने बाद कैंट से गोदौलिया तक हर डेढ़ से दो मिनट के अंतराल में यात्रियों को गोंडोला उपलब्ध रहेगा।
रोपवे का संचालन 16 घंटे होगा। एक दिशा में एक घंटे में 3000 लोग यात्रा कर सकेंगे यानी करीब छह हजार लोग दोनों दिशाओं से एक घंटे में आ जा सकेंगे। गोदौलिया से कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचने में 16 मिनट लगेगा। लगभग 148 गोंडोला चलेगी, एक गोंडोला में 10 यात्री सवार होंगे।