बड़े पैमाने पर चल रहा है राहत व बचाव कार्य; PM मोदी ने CM से फोन पर की बात

 गंगोत्री धाम का प्रमुख पड़ाव धराली खीर गंगा नदी में बादल फटने से आए सैलाब से तबाह हो गया, दोपहर करीब डेढ़ बजे अचानक आए सैलाब के चलते चारों और पसरा मलबा ही मलबा फैल गया। इस घटना में करीब 15 से 20 होटल व घरों को नुकसान की सूचना मिल रही है। जिला प्रशासन के अनुसार आपदा में चार लोगों के मौत की हो चुकी है।

आपदा की सूचना पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस, राजस्व, आपदा प्रबंधन आदि की टीमों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरु कर दिया है। धराली के ठीक सामने स्थिति मुखबा गांव से लोगों से खीर गंगा नदी में आए सैलाब मोबाइल में कैद किया, कुछ ही देर में जलप्रलय के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित होने लगे। सैलाब की दिल दहलाने वाले कई वीडियो सामने आए हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ ही पलों में पूरा इलाका मलबे से ढक गया।

 स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड, 03 मनोचिकित्सक धराली भेजे

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। देहरादून व ऋषिकेश में ICU सहित बेड आरक्षित किए। मानसिक स्वास्थ्य पर भी फोकस, 03 मनोचिकित्सक धराली भेजे गए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की समीक्षा, एमआई-17 तैयार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उत्तरकाशी आपदा नियंत्रण कक्ष से राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।

उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष से राहत एवं बचाव कार्यों की गहन समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं सेना के प्रतिनिधियों से स्थिति की वस्तुनिष्ठ जानकारी प्राप्त की और उन्हें राहत कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में रेस्क्यू एवं मेडिकल कैंप्स की स्थापना कर दी गई है तथा प्रभावितों के लिए भोजन एवं आवश्यक सामग्री की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर प्रारम्भ कर दिए गए हैं।

भारतीय वायुसेना के चिनूक व एमआई-17 हेलीकॉप्टर पूरी तरह से तैयार स्थिति में हैं, ताकि आवश्यकतानुसार शीघ्रतम कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। प्रदेश सरकार राहत कार्यों को प्राथमिकता देते हुए प्रत्येक प्रभावित नागरिक तक सहायता पहुँचाने हेतु कटिबद्ध है।

गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास लिमच्छा नदी पर बना पुल बहा

उत्तरकाशी: उत्तरकाशी में बादल फटने के कारण खीर गंगा नदी में आए सैलाब से गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव धराली कस्बे में राहत और बचाव कार्य शुरू करने में परेशानियां आ रही हैं। गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास लिमच्छा नदी पर बना पुल बह गया है। इस कारण राहत एवं बचाव टीमें धराली तक नहीं पहुंच पा रही हैं। अब यहां पर टीम को रोप के सहारे ट्रांसमिट करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं। उन्होंने धराली बाजार, हर्षिल और आस-पास के क्षेत्रों में आपदा से हुई क्षति का हवाई सर्वेक्षण किया है। मुख्यमंत्री उत्तरकाशी स्मार्ट कंट्रोल रूम में आला अधिकारियों के साथ आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं।

लिमच्छा गाड पर बना पुल बहा

उत्तरकाशी: गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास लिमच्छा गाड पर बना पुल बहा, इस कारण राहत एवं बचाव टीमें धराली तक नहीं पहुँच पा रही हैं। अब यहां पर टीम को रोप के सहारे ट्रांसमिट करने की तैयारी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे उत्तरकाशी

धराली हादसे के दूसरे दिन बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री ने धराली बाजार, हर्षिल एवं आस-पास के क्षेत्रों में आपदा से हुई क्षति का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री उत्तरकाशी स्मार्ट कंट्रोल रूम में आला अधिकारियों के साथ आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं।

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