लखनऊ : उत्तर प्रदेश के विधानमंडल सत्र के पहले दिन सोमवार को विधान सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला और गोरखपुर के व्यापारियों का उदाहरण दिया। इसके बाद समाजवादी पार्टी के सदस्यों के हंगामा करने के कारण विधानसभा की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया।
विधानसभा में विपक्ष को घेरते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर में विकास के लिए अतिक्रमण हटाकर सड़के बनाई जा रही हैं, एसपी ने अपने समय में कोई कार्य विकास का नहीं किया है और कोई एजेंडा भी नहीं था बाबजूद इसके भाजपा सरकार के विकास का भी विरोध कर रहे हैं। नेता विपक्ष गोरखपुर में राजनीति करने गए थे तब गोरखपुर के व्यापारियों ने आपका विरोध किया था। स्थानीय व्यापारियों में गुंडा टैक्स की वसूली को लेकर जो भय था यह उसका विरोध था, इसी का खामियाजा आपको भुगतना पड़ा। नेता प्रतिपक्ष के अपमान का मुद्दा बनाकर गुस्साए सपा विधायक नारेबाजी कर रहे हैं।
सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों में पोस्टर वार
विधान भवन प्रांगण में समाजवादी पार्टी के साथ विपक्षी दल से सदस्यों ने हंगामा शुरु किया गया तो भारतीय जनता पार्टी के सदस्य सामने आ गए। मानसून सत्र के पहले दिन सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों में पोस्टर वार होने लगा। सदन में और विधानसभा से बाहर मुख्य द्वार पर प्रतिपक्ष में सपा विधायक नारेबाजी और हंगामा करते रहे। समाजवादी पार्टी के पीडीए पाठशाला पर भाजपा भी हमलावर हो गई। भाजपा एमएलसी व प्रदेश महामंत्री सुभाष यदुवंश ने पोस्टर लगाया। उन्होंने पीडीए पाठशाला में A फॉर अखिलेश व D फॉर डिम्पल पढ़ाने पर माफी मांगने को कहा। उनके पोस्टर में लिखा है सपा के पीडीए पाठशाला का काला सच। प्रदेश का कौन अभिभावक अपने बच्चों को यह पढ़ाना चाहता है। सपा मुखिया अखिलेश यादव को माफी मांगनी चाहिए। सुभाष यदुवंश ने यूपी बीजेपी प्रदेश मुख्यालय के बाहर पोस्टर लगवाए हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी सदस्यों का किया स्वागत
मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर से आए सभी विधानसभा और विधानपरिषद् सदस्यों का हृदय से स्वागत किया और सत्र की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह सत्र उत्तर प्रदेश के विकास और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।