बाघ के गम्भीर हमलें में घायल व्यक्ति का उपचार कर बायां हाथ बचाया
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में 27 दिनों तक मरीज का सघन उपचार चला
डिस्चार्ज होने पर मरीज़ ने भावुक होकर श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, डॉक्टरों व स्टाफ को शुक्रिया कहा
देहरादून: श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के हड्डी रोग विभाग के डॉक्टरों ने एक मरीज़ के हाथ की सफल सर्जरी की है। कोटद्वार में बाघ के हमले में बुरी तरह घायल होने के बाद मरीज़ को एम्स ऋषिकेश से श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल देहरादून रैफर किया गया था। तीन हफते तक श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में चले सघन उपचार के बाद मरीज़ के हाथ को बचा लिया गया। मरीज़ को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
दुगड्डा कोटद्वार निवासी शम्भू प्रसाद (75 वर्ष) पर बाघ ने घात लगाकर हमला कर दिया था। बाघ के हमले में शम्भू प्रसाद जी के पूरा बांया बाजू पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। परिजन उन्हें लेकर कोटद्वार अस्पताल पहुंचे, वहां से मरीज़ को एम्स ऋषिकेश लाया गया, एम्स ऋषिकेश से ऑपरेशन के लिए उन्हें श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल देहरादून भेजा गया।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के हड्डी रोग विभाग के प्रमुख डॉ पुनीत गुप्ता ने जानकारी दी कि बाघ के हमले के कारण मरीज के बाये बाजू की कलाई की दोनों हड्डियां टूट गई थीं, मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं व नसें फट गई थी। सी.आई.आर.एफ. के साथ टैंस इम्प्लांट के साथ साथ फटी हुई मांसपेशियों को रिपेयर किया गया, इसके बाद घाव को भरने के लिए स्किन ग्राफ्टिंग की गई। ऑपरेशन के बाद मरीज़ के हाथ में मूवमेंट आ गया है। उपचार के बाद मरीज़ को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
शम्भू प्रसाद ने श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के हड्डी रोग विभाग के सभी डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ व सहायक स्टाफ को बधाई दी। ऑपरेशन को सफल बनाने में डॉ पुनीत गुप्ता व डॉ प्रणव कोठियाल का विशेष सहयोग रहा।