चमोली के पोखरी में त्वचा रोग का प्रकोप: 8 गांवों के 150 लोग प्रभावित, मानवाधिकार आयोग ने स्वास्थ्य महानिदेशक से मांगी रिपोर्ट
देहरादून, 13 नवंबर 2025: उत्तराखंड के चमोली जिले के पोखरी क्षेत्र के आठ गांवों में पिछले डेढ़ माह से त्वचा रोग का व्यापक प्रकोप फैला हुआ है। सामाजिक, आरटीआई एवं मानवाधिकार एक्टिविस्ट (पत्रकार)भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी की शिकायत पर उत्तराखंड राज्य मानवाधिकार आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 10 नवंबर 2025 को आदेश जारी किया है।
शिकायत में बताया गया है कि इन गांवों की कुल आबादी लगभग 1600 है, जिनमें से करीब 150 लोग—बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक—इस रोग की चपेट में आ चुके हैं। मरीजों के शरीर पर फफोले पड़ रहे हैं, गंभीर खुजली हो रही है और फूटने पर काले निशान बन रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि सरकारी अस्पतालों में चर्म रोग विशेषज्ञ (डर्मेटोलॉजिस्ट) की अनुपस्थिति के कारण लोगों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है।
आयोग के सदस्य गिरधर सिंह धर्मशक्तू की पीठ ने प्रकरण को “गंभीर प्रकृति” का बताते हुए शिकायती प्रार्थना पत्र की प्रति महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड को प्रेषित कर दी है। महानिदेशक को निर्देश दिया गया है कि वे नियत तिथि तक अपनी आख्या आयोग को प्रस्तुत करें। मामले की अगली सुनवाई 19 जनवरी 2026 को निर्धारित की गई है।
आयोग ने इसे जनहित एवं न्यायहित से जुड़ा मामला मानते हुए तत्काल कार्रवाई पर जोर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र चिकित्सकीय सुविधा नहीं मिली तो स्थिति और भयावह हो सकती है।