देहरादून। प्रापर्टी डीलर और बिल्डरों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वह कृषि भूमि तक पर अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं। जबकि बिना आवासीय श्रेणी की भूमि पर एमडीडीए घर का नक्शा पास नहीं करता है।
हरबर्टपुर के धर्मावाला में सामने आया ऐसा ही प्रकरण
इसके बाद भी कृषि श्रेणी की भूमि पर प्लाटिंग कर भोलेभाले लोगों को घर बनाने के लिए भूमि बेची जा रही है। हरबर्टपुर के ग्राम धर्मावाला में भी ऐसा ही प्रकरण सामने आया है। यहां प्रापर्टी डीलरों ने खेती की करीब 100 बीघा भूमि पर प्लाटिंग कर दी। हालांकि, एमडीडीए ने जेसीबी चलाकर बुधवार को ध्वस्तीकरण कर दिया।
प्रापर्टी डीलरों ने खेती की 100 बीघा भूमि पर प्लाटिंग कर दी
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के अनुसार, यह प्लाटिंग स्वास्तिक कंपनी की ओर से विक्की अरोड़ा, तेज पटवाल, सुमंत आदि ने कराई है। कृषि श्रेणी होने के बावजूद यहां पर अवैध रूप से प्लाटिंग की गई थी। पहली बार इस पर वर्ष 2017-18 में कार्रवाई की गई थी। तब से अब तक यहां पर तीसरी बार ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई।
बंशीधर तिवारी ने बताया कि भोलेभाले नागरिकों को कृषि भूमि पर प्लाट न बेचे जाएं, इसके लिए प्लाटिंग के लिए बनाए पक्के मार्ग, सीमांकन आदि को ध्वस्त कर दिया है। यदि भविष्य में यहां फिर से प्लाटिंग की जाती है तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा भूमि पर एमडीडीए की ओर से अवैध प्लाटिंग के बोर्ड भी लगाए जाएंगे। कार्रवाई करने वाली टीम में सहायक अभियंता अभिषेक भारद्वाज, अवर अभियंता मनवीर पंवार, संजय जगूड़ी, सुपरवाइजर प्यारे लाल आदि शामिल रहे।
दो अवैध निर्माण किए सील
एमडीडीए ने बुधवार को दो अवैध निर्माण भी सील किए। पहली करवाई शिमला बाईपास रोड के पास भुड्ढी चौक क्षेत्र में की गई। यहां निजामुद्दीन फरहान का व्यावसायिक निर्माण को सील किया गया। इसके अलावा हरभजवाला में राकेश गौड़ के निर्माण पर सीलिंग की कार्रवाई की गई। दोनों निर्माण मानकों के विपरीत खड़े किए गए थे।