एसजीआरआर विश्वविद्यालय व उत्तराखण्ड ऑरगैनिक कमोडिटी बोर्ड मिलकर तैयार करेगा जैविक खेती उत्पादन का आधुनिक माॅडल
राज्य सरकार के जैविक खेती के विशेषज्ञों ने श्री महाराज जी से की मुलाकात
सरकार की ओर से जैविक उत्पाद व विवरणिका भेंट की
श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने उत्पादों की सराहना की, कहा उत्तराखण्ड ऑरगैनिक कमोडिटी बोर्ड जैविक उत्पादों पर कर रहा प्रशंसनीय कार्य
देहरादून:उत्तराखण्ड के किसानों को जैविक खेती की आधुनिक उपयोगिता समझाने हेतु एसजीआरआर विश्वविद्यालय का कृषि संकाय विशेष पहल करने जा रहा है। उत्तराखण्ड ऑरगैनिक कमोडिटी बोर्ड व एसजीआरआर विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक मिलकर इस मुहिम को आगे बढ़ाएंगे।
उत्तराखण्ड के अलग अलग क्षेत्रों के वातावरण और भौगोलिक परिस्थितियों का मूल्यांकन कर कृषि विशेषज्ञ किसानों के लिए जैविक खेती के आधुनिक माॅडल की आधारशिला रखेंगे। यह बात उत्तराखण्ड ऑरगैनिक कमोडिटी बोर्ड के अध्यक्ष विनय कुमार ने श्री दरबार साहिब में कही।
बुधवार को उत्तराखण्ड आॅरगैनिक कमोडिटी बोर्ड के अध्यक्ष विनय कुमार ने श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज से भेंट की।
काबिलेगौर है कि कृषि मंत्री गणेश जोशी ने श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज से रविवार को भेंट की थी। भेंट के दौरान विभिन्न समसामयिक विषयों के साथ साथ राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा दिए जाने पर भी चर्चा हुई थी। इसी क्रम में उत्तराखण्ड ऑरगैनिक कमोडिटी बोर्ड के अध्यक्ष व तकनीकी विशेषज्ञ अमित श्रीवास्तव का बुधवार को श्री दरबार साहिब में आगमन हुआ। उन्होंने श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज को राज्य सरकार की ओर से जैविक खेती पर किए जा रहे कार्यों की विवरणिका, जैविक उत्पाद जैसे शहद, बासमती चावल, राजमा, शक्कर, धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर आदि जैविक उत्पाद भेंट किए। श्री महाराज जी ने जैविक उत्पादों की सराहना की और कहा कि राज्य सरकार उत्तराखण्ड ऑरगैनिक कमोडिटी बोर्ड जैविक उत्पादों पर प्रशंसनीय कार्य किया है। उन्होंने इस कार्य से जुड़ी पूरी टीम को बधाई दी।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय की ओर से जैविक खेती के उत्पादन के विभिन्न विषयों पर शोध एवम् अनुसंधान किये जा रहे हैं। बोर्ड के अध्यक्ष विनय कुमार ने कहा कि सरकार की ओर से श्री दरबार साहिब व एसजीआरआर विश्वविद्यालय द्वारा जैविक खेती पर किए जा रहे कार्यों में हर प्रकार का तकनकी सहयोग प्रदान किया जाएगा। राज्य में जैविक खेती के उत्पादन एवम् निर्यात की अपार सम्भावनाएं हैं। इस विषय पर वर्तमान में कई प्रोजेक्ट प्रगतिशील हैं। किसानों के लिए जैविक खेती पर ट्रेनिंग सैशन आयोजित कर जैविक खेती की उपयोगिता व आधुनिक पक्ष को समझाया जाएगा।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के साथ मिलकर जैविक खेती के उत्पादन एवम् निर्यात पर आधुनिक माॅडल तैयार किए जाएंगे, इसका सीधा लाभ राज्य के किसानों को मिलेगा।