देहरादून: सूडान में चल रहे गृह युद्ध के बीच देहरादून के नंदकिशोर भी फंस गए हैं। 21 अप्रैल से स्वजन का उनसे संपर्क नहीं हो पाया है, ऐसे में स्वजन ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई है। जिला प्रशासन ने दिल्ली स्थित एंबेसी और पुलिस विभाग को जानकारी भेज दी है।
सोमवार को नंदकिशोर के स्वजन जिलाधिकारी के पास पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी से नंदकिशोर को वापस भारत लाने की गुहार लगाई। जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि सूडान में अब तक देहरादून के एक ही व्यक्ति के फंसे होने की सूचना है। स्वजन से जानकारी लेकर दिल्ली में भारतीय दूतावास और पुलिस विभाग को मामले से अवगत कराया गया है। इस मामले में आगे की जानकारी भी जुटाई जा रही है।
फैक्ट्री के काम से नंदकिशोर गए थे सूडान
नकरौंदा निवासी 64 वर्षीय नंदकिशोर 20 मार्च को केमिकल फैक्ट्री में काम करने के लिए सूडान गए थे, लेकिन इसी बीच सूडान में गृह युद्ध के कारण वह वहीं फंस गए। परिवार वालों का कहना है कि उनसे 21 अप्रैल को सुबह बात हो पाई थी। उसके बाद से संपर्क नहीं हो पा रहा है। नंदकिशोर से बात न होने पर स्वजन काफी घबराए हुए हैं। हालांकि प्रशासन ने परिवार को हर तरह से मदद करने का आश्वासन दिया है।
उत्तराखंड के सात लोग फंसे है सूडान में
सूडान में फंसने वालों की जानकारी जुटा रहा पुलिस विभाग पुलिस विभाग सूडान में फंसे अन्य व्यक्तियों के बारे में जानकारी जुटाने में लगा है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों के सात लोग सूडान में फंसे हैं। इनमें से देहरादून जिले से नंदकिशोर, टिहरी जिले से मोर सिंह, रुद्रप्रयाग जिले से जयपाल सिंह के अलावा जुनैद अली, सलमा, इनायत त्यागी और जुनैद त्यागी सभी हरिद्वार जिले के रहने वाले हैं।