देहरादून, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर भाजपा द्वारा शुरू किए गए महाजनसंपर्क अभियान के तहत पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को उत्तर प्रदेश के पांच लोकसभा क्षेत्रों में जनसंपर्क की कमान सौंपी गई है। वह दो जून को देहरादून से रवाना होकर आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र से जनसंपर्क अभियान की शुरुआत करेंगे।
भाजपा ने महाजनसंपर्क अभियान के लिए अपने प्रमुख नेताओं की ड्यूटी अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों में लगाई है। उत्तराखंड से हरिद्वार सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत समेत अन्य नेताओं के साथ ही अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी उत्तर प्रदेश में जनसंपर्क की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पांच लोकसभा क्षेत्रों का जिम्मा त्रिवेंद्र सिंह रावत पर
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र को पांच लोकसभा क्षेत्रों आजमगढ़, बलिया, बांसगांव, सलेमपुर व देवरिया में इस अभियान का जिम्मा सौंपा गया है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने बताया कि लोकसभा की इन पांचों सीटों पर भाजपा काबिज है। संगठनात्मक तौर पर भाजपा वहां मजबूत स्थिति में है, लेकिन वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को ताकत देने के लिए और ज्यादा कार्य करने की जरूरत है, ताकि भाजपा अधिक से अधिक मतों से जीत हासिल कर सके।
2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं त्रिवेंद्र
गौरतलब है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में त्रिवेंद्र को पार्टी ने उप्र में सह प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी थी। दूसरी तरफ, त्रिवेंद्र को उप्र में महाजनसंपर्क अभियान के मोर्चे पर लगाए को लेकर इंटरनेट मीडिया पर कई कयास लगाए जा रहे हैं। ये भी चर्चा है कि त्रिवेंद्र वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि वर्ष 2021 में मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई। इसकी भरपाई पार्टी लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट देकर कर सकती है।