राजधानी दून में डेंगू के बढ़ते प्रकोप और अव्यवस्थाओं का आलम देखकर सरकार हरकत में आ गई है। स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने खुद कमान संभाली और डेंगू से बचाव के इंतजामों की समीक्षा की। उन्होंने देहरादून में बढ़ रहे डेंगू के मामलों पर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। जिलाधिकारी से कहा, अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाए।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कलेक्ट्रेट के ऋषिपर्णा सभागार में डेंगू के बढ़ते मामलों की रोकथाम और नियंत्रण को लेकर सभी संबंधित विभागों के साथ इंतजामों की समीक्षा की। उन्होंने देहरादून के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अविनाश खन्ना, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. संजय जैन और दून मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना से कहा, लापरवाही कतई स्वीकार नहीं होगी। हर हाल में व्यवस्था सुधार लें। उपचार के लिए किसी को भटकना न पड़े। उन्होंने दस दिन का माइक्रो प्लान बनाकर देने के लिए कहा। फॉगिंग की शिकायतों पर भड़के मंत्री ने नगर निगम के अफसरों को फटकार लगाकर व्यवस्था सुधारने के लिए कहा। स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन हेल्थ बुलेटिन जारी करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, स्कूलों से लेकर आम लोगों के बीच डेंगू से बचाव एवं रोकथाम को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाया जाए। सभी चिकित्सालयों में मानक के अनुरूप सुविधा उपलब्ध कराई जाए। जिला प्रशासन से कहा कि सिर्फ सरकारी अस्पतालों ही नहीं बल्कि निजी चिकित्सालयों के साथ भी बैठक कर व्यवस्था दुरुस्त की जाए।
उन्होंने कहा, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम एवं प्रशासन युद्धस्तर पर कार्यवाही करे, जिससे नए मामले न बढें। स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रार्थना सभा में बच्चों को जागरूक करें। चिकित्सक व कांउसलर स्कूलों में भेजे जाएं। नगर निगम एवं नगर निकायों को सभी वार्डों में, जिला पंचायत विभाग एवं पंचायतीराज अधिकारी को ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिदिन फॉगिंग एवं जनजागरूकता अभियान चलाने और फॉगिंग चार्ट बनाने के निर्देश दिए।