देहरादून। उत्तराखंड वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए अहमदाबाद (गुजरात) में हुए रोड शो में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में 20 हजार करोड़ से अधिक के निवेश करार पर हस्ताक्षर किए गए। ये समझौते 50 से अधिक कंपनियों से किए गए।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान विभिन्न औद्योगिक समूहों को उत्तराखंड में आठ व नौ दिसंबर को आयोजित होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए भी आमंत्रित किया। निवेशक सम्मेलन से पहले ही अब तक कुल 84,725 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।
इनके साथ हुआ समझौता
बुधवार को अहमदाबाद में आयोजित रोड शो में शीतल ग्रुप, रैंकर्स हास्पिटल, जिवाया वेलनेस प्राइवेट लिमिटेड, एस्ट्रल पाइप्स, वारमोरा टाइल्स, गुजरात अंबुजा, एमकेसी इंसा इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, अमूल, कमोडिटी ट्रेडिंग, एडी मेहता लाजिस्टिक्स, फ्रेंडस एंड फ्रेंडस ग्रुप ऑफ कंपनीज, पारेख वेंचर्स, आर्य ओशियन लॉजिस्टिक, हिंदुस्तान आयल इंडस्ट्रीज, श्रीजी ग्रुप, अपोलो ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज, पंचकर्म होटल, लीला होटल एवं रिजाट्र्स, हाप्स हेल्थकेयर, प्राइम फ्रेश, दत्त मोटर्स व नेक्सस इंफ्राटेक के साथ निवेश के लिए समझौते किए गए।
औद्योगिक विकास के पथ पर अग्रसर उत्तराखंड
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में औद्योगिक विकास के लिए उद्योग जगत के सुझावों को ध्यान में रखते हुए 30 नई नीतियां बनाई गई हैं। वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दृष्टिगत जो सुझाव मिल रहे हैं, उन पर अमल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश करने वालों को और अधिक प्रोत्साहन दिया जाएगा।
इन सुविधाओं का हो रहा है विकास
सीएम धामी ने कहा कि राज्य में हवाई, रेल, सड़क व रोपवे जैसी सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। चारधाम यात्रा में इस वर्ष 52 लाख से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं। रोड शो में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय व महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा के अलावा विभिन्न औद्योगिक समूहों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
अब तक हुए 84725 करोड़ के समझौते
- ब्रिटेन दौरे में 12500 करोड़।
- दिल्ली में रोड शो के दौरान 19 हजार करोड़।
- दिल्ली में निवेशक सम्मेलन के कर्टेन रेजर कार्यक्रम में 7600 करोड़ के करार।
- संयुक्त अरब अमीरात में दो दिन में 15475 करोड़।
- चेन्नई रोड शो में 10150 करोड़
- अहमदाबाद रोड शो में 20 हजार करोड़ से अधिक।