त्यौहार पर कश्मीर को दहलाने की थी साजिश? सुरक्षाबलों ने किया गिरफ्तार

श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में मंगलवार को सुरक्षाबल ने एक स्थानीय आतंकी को गिरफ्तार कर सिलसिलेवार ग्रेनेड हमलों के षड्यंत्र को विफल कर दिया। इस आतंकी के अन्य साथियों को चिह्नित किया जा रहा है। पकड़ा गया आतंकी दानिश बशीर उर्फ मौलवी है। वह पुलवामा के साथ सटे डांगरपोरा का है। उसके पास से 10 ग्रेनेड व पांच बैटरी मिली हैं।

ग्रेनेड हमले का रच रहा था षड्यंत्र

सेना की खुफिया इकाई (एमआई) को अपने तंत्र से पता चला था कि पुलवामा का एक युवक कुछ दिन पहले ही आतंकी बना है। वह कुछ अन्य युवकों को भी आतंकी संगठन में भर्ती करने में लगा है। वह सिलसिलेवार ग्रेनेड हमलों को अंजाम देने का एक षड्यंत्र भी रच रहा है।इसके आधार पर एमआई ने उसके बारे में कुछ और अहम सुराग जुटाए और फिर पुलिस, सीआरपीएफ व 55 आरआर के जवानों के साथ मिलकर पुलवामा में सर्कुलर रोड पर नाका लगाया। नाका पर जवानों ने एक स्कूटी पर सवार युवक को रुकने का संकेत किया। स्कूटी सवार ने स्कूटी की गति तेज कर भागने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहा।

तलाशी में मिलीं 10 ग्रेनेड और पांच बैटरियां

जवानों ने उसे पकड़ लिया और स्कूटी की तलाशी ली। तलाशी में 10 ग्रेनेड और पांच बैटरियां मिलीं। उसने यह सारा सामान स्कूटी की सीट के नीचे बड़ी चतुराई से छिपाया हुआ था। स्कूटी सवार को उसी समय गिरफ्तार कर निकटवर्ती पुलिस स्टेशन ले जाया गया।

अधिकारियों ने बताया कि ग्रेनेड के साथ पकड़ा गया युवक दानिश बशीर है। वह धर्मांध कट्टर मानसिकता से ग्रस्त है। उसकी गिरफ्तारी से दक्षिण कश्मीर में सिलसिलेवार ग्रेनेड हमलों का एक षड्यंत्र विफल हो गया है। सीमा पार बैठे उसके हैंडलर के अलावा कश्मीर में सक्रिय उसके कुछ अन्य साथियों को भी चिह्नित किया जा रहा है। उसके स्थानीय साथियों को पकड़ने के लिए एक दल बनाया गया है। इस मामले में जल्द ही कुछ और लोगों को पकड़ा जा सकता है।

सेना की एंबुलेंस पर हुई थी गोलीबारी

सोमवार यानी 28 अक्टूबर को भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के अखनूर सेक्टर केरी बट्टल इलाके में आतंकियों (Akhnoor Terrorist Attack) ने सेना की एंबुलेंस पर गोलीबारी की थी। हमले के बाद सेना के जवानों ने तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया। इस आतंकी हमले को तड़के 6:30 बजे अंजाम दिया गया। मिली जानकारी के मुताबिक आतंकी हमले वाले दिन सीमा पार से घुसपैठ किए थे।

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