मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को गोरक्षनगरी में अंतरराष्ट्रीय कंपनी पेप्सिको के फ्रेंचाइजी प्लांट का भूमि पूजन और शिलान्यास करेंगे। एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्युमेबल गुड्स) का बड़े प्लांट लगने से रोजगार के साथ ही छोटी आपूर्तिकर्ता कंपनियों, पैकेजिंग और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर का विस्तार होगा। कंपनी गोरखपुर के अलावा प्रयागराज, अमेठी और चित्रकूट में भी प्लांट लगाएगी।
पेप्सिको की फ्रेंचाइजी मेसर्स वरुण बेवरेजेज ने गीडा में करीब 1100 करोड़ रुपये के निवेश के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में एमओयू किया है। इस निवेश के धरातल पर आने से 1500 लोगों को प्रत्यक्ष व परोक्ष रोजगार मिलेगा। गीडा की तरफ से औद्योगिक गलियारे में इसके लिए 50 एकड़ भूमि आवंटित की गई है।
मेसर्स वरुण बेवरेजेज के अधिशासी निदेशक कमलेश जैन ने बताया कि कंपनी के देश में कुल 36 प्लांट हैं। गोरखपुर में लग रहा प्लांट यूपी में सातवां होगा। गोरखपुर के अलावा प्रयागराज, अमेठी और चित्रकूट में भी प्लांट लगाया जाएगा।
सॉफ्ट ड्रिंक्स के साथ बनेगी आइसक्रीम
प्लांट में पेप्सिको के मल्टीनेशनल ब्रांड वाले उत्पाद बनेंगे। यहां कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स, पेप्सी, माउंटेन ड्यू, फ्रूट पल्प बेस्ड ड्रिंक्स, मिल्क बेस्ड प्रोडक्ट्स, बेवरेज बेस्ड सीरप का उत्पादन होगा। साथ ही क्रीम बेल्स ब्रांड से कई वैरायटी की आइसक्रीम भी बनेगी।
दूध आपूर्ति से पशुपालक होंगे मजबूत
आइसक्रीम व दुग्ध आधारित उत्पाद के लिए प्लांट को प्रतिदिन एक लाख लीटर दूध की जरूरत हाेगी। इसकी आपूर्ति के लिए स्थानीय पशुपालकों को प्राथमिकता मिलेगी। अनुमान है कि दूध आपूर्ति से जुड़कर करीब दस हजार ग्रामीण परिवार अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे।
निवेशकों को प्रोत्साहित कर रहे सीएम
प्रदेश में निवेशकों को प्रोत्साहित करने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की व्यक्तिगत दिलचस्पी रहती है। वह 12 मार्च को गोरखपुर में मेसर्स अंकुर उद्योग के 550 करोड़ रुपये के सरिया प्लांट का उद्घाटन करने आए थे। इसके अलावा गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के स्थापना दिवस पर उन्होंने 133 निवेश परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया था।
उद्योग जगत के नक्शे पर चमकने को तैयार गोरखपुर
गीडा के सीईओ पवन अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में गोरखपुर उद्योग जगत के नक्शे पर चमकने को तैयार है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गोरखपुर को 1.71 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। उन्हें अब धरातल पर उतारा जा रहा है। गीडा के पास पर्याप्त भूमि उपलब्ध है।