देहरादून: राजाजी टाइगर रिजर्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव के मनोरंजन के लिए बाघिन के पीछे हाथी दौड़ाए गए। यह हाथियों और बाघिन के साथ अमानवीय व्यवहार है।
इसके अलावा कार्बेट टाइगर रिजर्व में भी एक बाघिन की भूख के कारण मौत हो गई और सरकार मूकदर्शक बनी रही। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भाजपा सरकार के विरुद्ध हल्ला बोला। उन्होंने सरकार के कार्यों पर सवाल उठाते हुए प्रदेश में व्याप्त अव्यवस्थाओं का मुद्दा उठाया।
सरकार पर आरोपों की बौछार
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सरकार पर आरोपों की बौछार की। उन्हाेंने कहा कि राजाजी नेशनल पार्क में एक बाघिन के पीछे हाथी छोड़े गए। बेजुबान जानवरों के साथ इस प्रकार के कृत्य मानवीय दृष्टिकोण से उचित नहीं ठहराए जा सकते।
उधर, दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया से मंगाए गए जिन आठ चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था उनकी स्थिति किसी को पता नहीं। जिम कार्बेट पार्क में भूख से तड़पकर बाघिन की मौत मामले में भाजपा की राज्य व केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि एक तरफ करोड़ो रुपये खर्च कर दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया से चीते मंगवाए गए, वहीं अपने देश के नेशनल पार्कों में वन्यजीवों की दयनीय स्थिति बनी हुई है।
उन्होंने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर भी चिंता जताई। कहा कि हालात यह हैं कि राजधानी देहरादून के राजकीय दून मेडिकल कालेज में मातृशक्ति शौचालय में प्रसव को मजबूर हैं। करन माहरा ने जिम कार्बेट पार्क और राजाजी नेशनल पार्क घटनाओं की जांच कराने की मांग की। साथ राजकीय दून चिकित्सालय के शौचालय में महिला प्रसव मामले में भी दोषियों पर कार्रवाई की मांग उठाई।