पटना, बिहार की राजनीतिक कैलेंडर में शायद ही कोई ऐसी तारीख हो जब महागठबंधन में टूट की अटकलें न लगती हो। फिलहाल ऐसे कयास लालू यादव के करीबी और राजद एमएलसी सुनील सिंह को लेकर लगाए जा रहे हैं। उनके नए फेसबुक पोस्ट से इस चिंगारी को फिर से हवा मिल गई है।
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से सियासी गलियारों में एमएलसी सुनील सिंह के भाजपा में शामिल होने को लेकर खूब चर्चा हो रही है। वजह यह है कि पिछले दिनों उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जिसका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने उनकी क्लास लगा दी थी।
अभी यह मामला पूरी तरह से शांत हुआ भी नहीं था कि सुनील सिंह ने रविवार देर रात फेसबुक पर अपनी एक तस्वीर पोस्ट की और कैप्शन में लिखा- न तो हां बोलेंगे और न तो ना बोलेंगे!! निर्देशानुसार!!
किसके निर्देश पर चल रहे सुनील सिंह
अब इस पोस्ट के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। पोस्ट से यह तो साफ है कि बिहार की सियासत में अंदर ही अंदर कुछ खिचड़ी पक रही है। सुनील सिंह किसी के निर्देश पर चल रहे हैं, यह भी पोस्ट से साफ है। हालांकि, उन्हें अभी कुछ भी बोलने से मना किया गया है। यहां सवाल यह है कि सुनील सिंह का इशारा लालू-तेजस्वी की तरफ है या भाजपा की तरफ, इसकों लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। आखिर सुनील सिंह किसके निर्देश पर चल रहे हैं।
सीएम नीतीश ने बैठक में लगाई थी फटकार
बता दें कि सुनील सिंह पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) के मुंहबोले भाई है। 10 जुलाई को मानसून सत्र से पहले महागठबंधन के नेताओं संग बैठक में नीतीश कुमार गुस्से में आ गए। उन्होंने सुनील सिंह से कहा कि आप भाजपा के संपर्क में है। आपने अमित शाह से मुलाकात की। आप भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसा मत कीजिए। आप लालू जी के करीबी हैं। उनके साथ रहिए।