अयोध्या, राम मंदिर निर्माण के साथ ही रामनगरी को आधुनिक रूप से विकसित करने का कार्य तीव्र गति से प्रारंभ हो गया। रामपथ, भक्ति पथ व रामजन्मभूमि पथ निर्मित हो रहे हैं। यहां आने वाले भक्तों के ठहरने के लिए अब टेंट सिटी का निर्माण प्रारंभ हो गया।
भक्तों के रहने के लिए पहले चरण में तैयार होंगे तीस काटेज
पहले चरण में सरयू तट पर गुरुद्वारा ब्रह़ाकुंड के ठीक बगल में 30 काटेज बनाये जाएंगे। यह टेंट सिटी राम मंदिर के पीछे लगभग ढाई सौ मीटर दूरी पर आकार ले रहा है। काटेज आधुनिक सुविधाओं से युक्त होंगे। इनमें बेड रूम के अलावा ड्राइंग रूम भी होगा। इस सिटी का निर्माण वाराणसी में टेंट सिटी बनाने वाली गुजरात की कंपनी कर रही है।
पूरी अयोध्या में तैयार होंगे छह सौ से सात सौ काटेजबुधवार को कंपनी के श्रमिक भूमि का चिह्नांकन कर व चहारदीवारी पर पिलर खड़े कर रहे थे। कंपनी का कार्यालय बन गया है। टेंट लगाने के लिए सामग्री पहुंच रही है। प्राधिकरण व कंपनी के बीच दस वर्ष का अनुबंध हुआ है। दस वर्ष तक कंपनी ही इसका संचालन करेगी। इसके लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण ने कंपनी को साढ़े छह हजार वर्गमीटर भूमि का आवंटन किया है। 30 काटेज का निर्माण इसी माह में पूरा हो जायेगा। आगामी तीन से चार माह में इस तरह के और कई टेंटी सिटी नगरी के भिन्न-भिन्न स्थलों पर निर्मित होंगे। इस व्यवस्था से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इन्हें अलग-अलग कंपनियां स्थापित करेंगी। पूरे नगर में छह सौ से सात सौ काटेज निर्मित किये जाएंगे।पीपीपी माडल पर तैयार हो रहा टेंट सिटीइस टेंटी सिटी का निर्माण पीपीपी ( पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) माडल के आधार पर कराया जा रहा है। टेंटी सिटी पर होने वाले खर्च का वहन कंपनी करेगी। इससे होने वाली आय का विभाजन निर्धारित शर्तों के आधार पर प्राधिकरण व कंपनी के बीच होगा।