गोरखपुर। फर्जी पते पर संस्था का पंजीकरण कराने के बाद कानपुर की रहने वाली भाजपा नेता समेत सैकड़ों लोगों के साथ जालसाजी करने के आरोपितों को गोरखनाथ थाना पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया।
पकड़े गए जालसाज महराजगंज के योगी केदारनाथ और गाजियाबाद के योगी हर्ष के पास से 87 फर्जी परिचय पत्र बरामद हुए। दोपहर बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। लखनऊ के रहने वाले गिरोह के तीसरे सदस्य आशीष मिश्रा की तलाश चल रही है।
भाजपा में हैं मंडल मंत्री
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि कानपुर, सचंडी के गढ़ी भीमसेन की रहने वाली रंजना सिंह भारतीय जनता पार्टी में मंडल मंत्री हैं।
रोजगार सेवक वाट्सएप ग्रुप पर कुछ दिन पहले उन्हें एक लिंक मिला, जिसके जरिये वह योगी कारपोरेशन ग्रुप आफ इंडिया ग्रुप में शामिल हो गईं। कुछ दिन बाद ग्रुप के संयोजक केदारनाथ ने फोन कर आधार कार्ड की कापी व फोटो और रुपये मांगे।
बताया कि उन्हें कानपुर नगर का प्रभारी बनाया जा रहा है। भरोसा करके उन्होंने दस्तावेज भेज दिया, जिसके बाद कानपुर नगर का प्रभारी के नाम से उनका पहचान पत्र वाट्सएप ग्रुप पर भेज दिया गया। फेसबुक पर उन्होंने पहचान पत्र पोस्ट किया तो कुछ लोगों ने बताया कि संस्था फर्जी है। पहचान पत्र पर गोरखनाथ मंदिर का पता लिखा था।
गुरुवार की शाम भाजपा नेता रंजना सिंह के घर पहुंची सचंडी थाना पुलिस ने तहरीर ली, जिसे गोरखपुर भेजा गया। तहरीर के आधार पर कैंट थाना पुलिस ने संस्था के सीईओ केदारनाथ और निदेशक हर्षनाथ के विरुद्ध कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया।
सर्विलांस की मदद से तलाश में जुटी क्राइम ब्रांच व गोरखनाथ थाना पुलिस ने रविवार की सुबह गाजियाबाद, मधुबन बाबूधाम के जयंतीपुर में रहने वाले हर्ष चौहान उर्फ योगी हर्ष व महराजगंज, पनियरा के मुजुरी बाजार में रहने वाले योगी केदारनाथ उर्फ केदार अग्रहरी को धर्मशाला ओवरब्रिज के पास गिरफ्तार किया। तीसरे आरोपित की तलाश चल रही है।