अभिनव विद्यालय में मतदान करने के बाद मंगलवार को सपा के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बेकार का है। उसका नक्शा सही नहीं है। वास्तु के लिहाज से सही नहीं बना है।
एक चैनल के पत्रकार से बातचीत में राममंदिर के दर्शन न करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राममंदिर सही नहीं बना है। बोले-आप पुराने मंदिर देखिए। दक्षिण के मंदिर देखिए। वे कैसे बने होते हैं। राममंदिर का नक्शा सही नहीं है। वह वास्तु के लिहाज से सही नहीं है।
वहीं, उन्होंने सरकार में आने के बाद जातिगत जनगणना कराने का दावा किया। इससे पहले पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा। कहा कि भाजपा हिटलर की तरह तानाशाही की ओर जा रही है। भाजपा ने नया संविधान बना लिया है। बस उसे लागू करने के लिए ही उन्हें 400 सीटें चाहिए। उन्होंने दावा किया कि सपा प्रत्याशी डिंपल यादव पांच लाख वोट से जीतने वाली हैं।
सनातन धर्म और राम विरोधी है सपा की सोच
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव की ओर से राम मंदिर को लेकर दिए गए विवादित बयान पर संत-धर्माचार्यों व विहिप ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। संतों ने कहा कि सपा की सोच सनातन धर्म और राम विरोधी है। ये रामभक्त कारसेवकों पर गोली चलवाने वाले लोग हैं। रामगोपाल का बयान समाज को गुमराह करने वाला है।
रामगोपाल यादव ने राम मंदिर के बारे में कहा है कि ‘वह मंदिर बेकार का है। मंदिर ऐसे नहीं बनते। राम मंदिर का नक्शा ठीक नहीं बना है। वास्तु के हिसाब से ठीक नहीं बनाया गया है। चुनाव के बीच दिए गए रामगोपाल यादव के बयान पर विरोध बढ़ने लगा है।
कारसेवकों पर गोली चलवाने वालों को चुनाव के समय मंदिर की याद आ गई है। राम गोपाल यादव पहले अयोध्या आकर राममंदिर के दर्शन करें फिर पता चलेगा कि राममंदिर कितना भव्य है। रामगोपाल अज्ञानी हैं, जिन्हें ठीक से राजनीति करने नहीं आती वे वास्तु व शास्त्र को गलत ठहरा रहे हैं। राममंदिर शास्त्र व वास्तु की दृष्टि से सर्वाेत्तम है। – आचार्य सत्येंद्र दास, मुख्य अर्चक, राममंदिर
समाजवादी पार्टी हमेशा से सनातन विरोधी है। ये वो लोग हैं जिन्होंने रामभक्तों पर गोलियां बरसाईं थीं। ये शुरू से राममंदिर निर्माण का विरोध करते रहे हैं। रामगोपाल यादव का लोकसभा चुनाव के बीच दिया गया बयान उनके मानसिक दिवालियापन का परिचायक है। साथ ही सनातन धर्म व श्रीराम के प्रति उनकी सोच कैसी है यह भी दर्शा रहा है।- महंत कमलनयन दास, उत्तराधिकारी, मणिराम दास की छावनी
रामगोपाल यादव नेतागिरी करें, वास्तु व शास्त्र पर बात न करें। असल में जो सनातन विरोधी हैं, उन्हें राममंदिर हमेशा से खलता रहा है। रामगोपाल यादव का बयान लोक भावना को आहत करने वाला है। रामगोपाल यादव के बयान से समाजवादी पार्टी की मंशा सामने आ गई है। सनातन विरोधी सोच के लोग व पार्टी समाज के लिए कलंक हैं।– महंत भरतदास, उदासीन ऋषि आश्रम
रामगोपाल के परिवार ने रामभक्तों पर गोलियां चलवाई थीं। असल में जो रोजा इफ्तार कराते रहे हैं, उन्हें लाखों भक्तों की आस्था के केंद्र राममंदिर के वास्तु व नक्शे में कमी नजर आ रही है। इनकी आंख में मोतियाबिंद हो चुका है। चुनाव के समय दिया गया बयान समाज को गुमराह करने वाला है। ऐसे लोगों को कूड़ेदान में फेंक देना चाहिए