बिगब्रेकिंग:देहरादून के दून अस्पताल में मरीजों के ब्लड सैंपलों संग हो रही लापरवाही की शिकायत का जवाब ना देने पर CMO को प्रत्येक दशा में जवाब प्रस्तुत करने हेतु नोटिस जारी

देहरादून के दून अस्पताल में मरीजों के ब्लड सैम्पलों संग हो रही घोर लापरवाही, रिपोर्ट के लिए दो बार देना पड़ता है ब्लड सैंपल।

देहरादून के दून अस्पताल में बुखार के उपचार के नाम पर मरीजों की सेहत के साथ जमकर खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां मरीजों के ब्लड सैंपल लावारिस छोड़ दिए जाते हैं तथा जब मरीजों के तीमारदार ब्लड रिपोर्ट लेने आते हैं तो उनसे दोबारा खून जांच कराने के लिए कहा जाता है।

कारगी चौक निवासी एक मरीज के अनुसार कि मरीजों की जांच सैम्पलों के साथ बड़ी लापरवाही हो रही है,सैम्पलों को इधर-उधर किया जा रहा है, इसके बाद मरीजों से दोबारा सैंपल लिए जा रहे हैं तथा ब्लड सैंपल लेने के लिए इंटर्न नर्सिंग स्टाफ को लगाया जा रहा है, आरोप है कि यह जांच करने में असमर्थ हैं क्योंकि कोई अनुभवी स्टाफ नहीं होता है। एक व्यक्ति की जांच कराने में कई इंटर्न को लगाया जाता है, सभी इंटर्न बारी-बारी से जाँच करते हैं। इनमें से एक इंटर्न मुश्किल से ही सैंपल ले पाता है।

टिहरी निवासी एक व्यक्ति के अनुसार कि विभाग की ओर से बड़ी लापरवाही की जा रही है डॉक्टर ने 2 जांचें लिख कर दी थी, इसके लिए सैंपल भी दे दिए थे, लेकिन जब रिपोर्ट लेने आया तो कहा गया कि आपका सैंपल नहीं मिल रहा है दूसरा सैंपल दो, दुबारा सैंपल देकर अब रिपोर्ट के इंतजार में हैं।
साथ ही तय समय से पूर्व ही लैब बंद कर दी जाती है अचानक लैब के बंद होने से मरीजों और उनके तीमारदारों को निराश होकर दून अस्पताल से वापस जाना पड़ता है।
अस्पताल में मरीजों की लंबी लाइन लगी रहती है परंतु इतनी भीषण गर्मी में भी पंखों का इंतजाम नहीं है, मेडिसन विभाग में भी कोई पंखा नहीं है और जो एक-दो हैं वह भी बंद पड़े हैं।
सामाजिक कार्यकर्त्ता भूपेन्द्र लक्ष्मी द्वारा आमजनता से जुड़े इस अत्यंत ही गंभीर प्रकरण में मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड में जनहित याचिका दायर कर निवेदन किया गया कि यह मामला बहुत ही गंभीर है क्योंकि एक ही मरीज के अस्पताल वालों की अपनी घोर लापरवाही के कारण दो-दो बार ब्लड सैंपल लिए जा रहे हैं, इसलिए व्यापक जनहित में तत्काल कार्यवाही करने की कृपा करें।
आयोग द्वारा शिकायत की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून को नोटिस जारी कर शिकायत से सम्बंधित अपनी आख्या आयोग में प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया था तथा सुनवाई की नियत तिथि पर जवाब ना प्रस्तुत करने पर आयोग द्वारा कड़ा रूख अपनाते हुए आदेश जारी किए गए।
आदेश-
डॉक्टर सी.एस. रावत अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून आयोग के समक्ष उपस्थित हैं।
उनके द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून का एक पत्र आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया गया है जिसमें अंकित किया गया है कि “इस संबंध में चिकित्सा अधीक्षक राजकीय दून अस्पताल/चिकित्सालय देहरादून को आख्या प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया है, परंतु आज तिथि तक उनके कार्यालय में दून हॉस्पिटल द्वारा आकर उपलब्ध नहीं कराई गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून आगामी दिनांक 30 जनवरी 2023 को प्रत्येक दशा में अपनी आख्या आयोग के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।

साथ ही आयोग के अनुसचिव द्वारा जारी नोटिस में मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून को कहा गया हैं कि आयोग के उपरोक्त आदेश की अपेक्षानुरूप कार्यवाही ना किए जाने की स्थिति में आयोग द्वारा विचारोंप्रांत यथोचित आदेश पारित कर दिए जाएंगे।

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