गोरखपुर। सप्तक्रांति एक्सप्रेस में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब कोच एस-5 में बैठे दो परिवारों के बीच सीट को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि एक पक्ष ने छेड़खानी की सूचना कंट्रोल रूम को दे दी।
सूचना मिलते ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के जवान सतर्क हो गए और ट्रेन के पहुंचते ही तुरंत संबंधित कोच में पहुंचे और थाने ले आया, जहां दोनों परिवार ने कार्रवाई से इनकार करते हुए समझौता कर लिया।
ट्रेन में पश्चिमी चंपारण और चंदौली जिले के रहने वाले दो परिवार सफर कर रहे थे। ट्रेन जब कप्तानगंज के पास थी, उसी दौरान कोच में बैठने की सीट को लेकर कहासुनी हो गई, जो देखते ही देखते हाथापाई तक पहुंच गई।
इसी बीच एक परिवार ने आरोप लगाया कि दूसरे पक्ष के लोगों ने महिला से अभद्रता और छेड़खानी की है, और मामले को गंभीर मानते हुए कंट्रोल रूम को सूचना दी। गोरखपुर जंक्शन पर जैसे ही ट्रेन पहुंची, जीआरपी टीम तत्काल कोच में पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले गई।
ट्रेन में सीट को लेकर मचा बवाल
वहां पूछताछ और बातचीत में यह स्पष्ट हो गया कि यह मामला महज कहासुनी और आपसी गलतफहमी का था। किसी तरह की छेड़खानी या गंभीर अभद्रता नहीं हुई थी।थाने में दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामला सुलझा लिया और किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया। इसके बाद जीआरपी ने दोनों परिवारों को चेतावनी देकर छोड़ दिया।
जीआरपी थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों परिवार में सीट पर बैठने को लेकर कहासुनी हुई थी।आपसी सहमति से समझौता करने के बाद परिवार के लोग घर चले गए।