हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को हरिद्वार स्थित मेला नियंत्रण भवन में कांवड़ मेला-2025 की तैयारियों की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बार ‘क्लीन एंड ग्रीन कांवड़ यात्रा’ का संदेश व्यापक स्तर पर दिया जाए।
यात्रा मार्गों पर अतिक्रमण मुक्त व्यवस्था, स्वच्छता, यातायात, स्वास्थ्य सेवा, सुरक्षा और तकनीकी निगरानी की उच्चतम व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस यात्रा के सफल संचालन के लिए ‘उत्तराखंड कांवड़ सेवा एप’ विकसित किया जाए, जिसमें कांवड़ यात्रियों से संबंधित सभी सूचनाएं समाहित हों, और जिसका उपयोग प्रत्येक वर्ष कांवड़ यात्रा संचालन के दौरान किया जा सके।
सीएम धामी ने कहा कि ढाबों एवं होटलों में सुरक्षा मानकों के अनुपालन, फूड लाइसेंस एवं रेट लिस्ट का सार्वजनिक प्रदर्शन, होटल स्वामियों के नामों का स्पष्ट उल्लेखन न होने और ओवररेटिंग की शिकायत पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
थूक जेहाद जैसी घटनाएं पहले आई हैं, इस प्रकार की घटनाएं न हो इसके लिए सख्ती से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, डीजीपी दीपम सेठ, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव नितेश झा, पंकज पांडे, विनोद कुमार सुमन, विनय शंकर पांडे आदि मौजूद रहे।
कांवड़ पटरी पर होंगेी खास व्यवस्था
हरिद्वार : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यात्रा मार्गों पर हर घंटे सफाई अभियान संचालित किया जाएगा। हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की के कांवड़ मेला क्षेत्र व कांवड़ पटरी पर प्रत्येक 1-2 किलोमीटर की दूरी पर मोबाइल टॉयलेट, कूड़ा निस्तारण के लिए विशेष वाहन, आरओ टैंकर और पेयजल जल एटीएम की व्यवस्था की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत प्रत्येक 2-3 किलोमीटर की दूरी पर प्राथमिक उपचार केंद्र, एम्बुलेंस और मेडिकल स्टाफ तैनात होंगे। हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किए जाएं और ‘क्या करें व क्या न करें’ की सूची सार्वजनिक स्थलों पर प्रदर्शित की जाएगी।
ड्रोन व सीसीटीवी से होगी निगरानी
हरिद्वार : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए निर्देश दिए कि संपूर्ण कांवड़ रूट पर सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन निगरानी रहेगी। जीआइएस मैपिंग आधारित ट्रैफिक प्लान तैयार होगा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम को सक्रिय किया जाएगा।
प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की तैनाती के साथ-साथ भूस्खलन व वर्षा की पूर्व चेतावनी प्रणाली को भी पूरी तरह क्रियाशील रखा जाएगा। संवेदनशील घाटों पर सूचना प्रणाली सुदृढ़ किया जाएगा।
16 सुपर जोन और 134 सेक्टर बनाए
हरिद्वार : जिलाधिकारी हरिद्वार मयूर दीक्षित ने कहा कि इस वर्ष कांवड़ मेला 11 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक आयोजित किया जाएगा। संपूर्ण मेला क्षेत्र को 16 सुपर जोन, 37 जोन और 134 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। यातायात को लेकर चारधाम यात्री, स्थानीय नागरिक एवं कांवड़ यात्रियों के लिए पृथक व्यवस्था की गई है।