आयोग ने नोटिस जारी कर एसएसपी दून से दारोगा के दोनों प्रकरणों की मांगी रिपोर्ट

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*देहरादून:आयोग ने नोटिस जारी कर एसएसपी दून से दरोगा के दोनों प्रकरणों की मांगी रिपोर्ट*
*28 जुलाई तक मांगी गई है रिपोर्ट*
*सामाजिक,आरटीआई एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी ने मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड में दायर की है जनहित याचिका*

देहरादून के सुद्धोवाला में सरकारी भूमि की तारबाड़ काटने व निर्माणाधीन दीवार को गिराने के मामले में अपर सचिव वित्त उत्तराखंड मौके पर पहुंचे तथा उनसे इस मामले पर दरोगा चौकी इंचार्ज झाजरा, थाना प्रेमनगर हर्ष अरोड़ा ने बहस शुरू कर दी तथा पूर्व में भी वर्ष 2023 में दशहरा प्रोग्राम कवर करने गए देहरादून के हिंदुस्तान अख़बार के वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश सती द्वारा अपना परिचय देने के बाद बाद भी इसी दारोगा ने अभद्रता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार के मानवाधिकारों का उल्लंघन करते हुए उन्हें धक्के मारकर आयोजन स्थल से बाहर निकाल दिया था। दारोगा हर्ष अरोड़ा का जब अपर सचिव स्तर के अधिकारी तथा वरिष्ठ पत्रकार के साथ यह व्यवहार है तो आमजनता का से तो पता नहीं क्या ही करता होगा।
उपरोक्त मामले में सामाजिक, आरटीआई एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी ने मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड में जनहित याचिका दायर कर निवेदन किया गया कि “देहरादून के सुद्धोवाला में बीते दिनों कुछ लोगों ने सरकारी भूमि की तारबाड़ काटते हुए निर्माणाधीन दीवार गिरा दी थी। बताया जा रहा है कि सरकारी विभाग की ओर से जहां यह तारबाड़ व दीवार बनाई जा रही है, वहां पीछे कुछ लोगों के प्लाट हैं। दीवार बनने से उनका रास्ता बंद हो रहा है, जिसके चलते उन्होंने यह दीवार गिरा दी। इस मामले में घटनास्थल का जायजा लेने के लिए अपर सचिव वित्त उत्तराखंड मौके पर पहुंचे वहां चौकी इंचार्ज झाजरा, थाना प्रेमनगर हर्ष अरोड़ा ने श्रीमान अपर सचिव वित्त के साथ बहस शुरू कर दी।
मौके पर कुछ लोगों से कहासुनी होने के बाद अपर सचिव वित्त व चौकी प्रभारी झाझरा हर्ष अरोड़ा आमने सामने हो गए। दोनों पक्षों में काफी देर तक बहस होने के बाद अपर सचिव वित्त ने मुख्य सचिव, डीजीपी, वित्त सचिव को मामले से अवगत कराया।
पूर्व में भी दिनांक 24 अक्टूबर 2023 को देहरादून के परेड ग्राउंड में दशहरा मेले का आयोजन किया गया था। जिसमें भारी संख्या में उमड़ी लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने और व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था, उस समय परेड ग्राउंड में एसओजी में तैनात दरोगा हर्ष अरोड़ा की ड्यूटी भी आयोजन स्थल पर लगाई गई थी, भारी भीड़ को संभाल पाने में असफल दरोगा मेला देखने आए लोगों पर वर्दी की धौंस दिखाने लगा। इसी दौरान आयोजन स्थल पर मौजूद दशहरे मेले की कवरेज के लिए पहुंचे वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश सती और कुछ अन्य मीडिया कर्मी एक स्थान पर खड़े होकर आयोजन को देख रहे, कि तभी दरोगा हर्ष अरोड़ा उनके पास आकर उन्हें उस स्थान से जाने के लिए कहने लगा।
इस दौरन पत्रकारों ने दरोगा को अपना परिचय दिया और मेले की कवरेज की बात कही, लेकिन इस पर दरोगा ने अपना आपा खोते हुए गुस्से में उनके साथ अभद्रता शुरू करते हुए वरिष्ठ पत्रकार को धक्का मारा और अपने गुरूर में वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश सती द्वारा अपना परिचय देने के बावजूद उनको धक्के मारकर बेइज्जत तरीके से आयोजन स्थल से बाहर निकाल दिया था।
उस समय पुलिस महानिदेशक ने दरोगा को सस्पेंड करने के अलावा उसके खिलाफ जांच के आदेश दिए थे, क्या हुई जांच क्या हुई कार्रवाई कुछ पता क्योंकि स्थिति आज भी जस की तस है।
दारोगा हर्ष अरोड़ा का व्यवहार जब अपर सचिव स्तर के अधिकारी तथा वरिष्ठ पत्रकार के साथ ऐसा है तो आमजनता से कैसा होता होगा।
शिक़ायत का विषय बहुत ही गंभीर हैं जनहित,न्यायहित में संबंधित दोनों प्रकरणों में रिपोर्ट तलब करने की कृपा कार्रवाई करने की कृपा करें क्योंकि वर्तमान के प्रकरण को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि पूर्व के पत्रकार वाले प्रकरण पर संबंधित अधिकारियों द्वारा गंभीरता पूर्वक कार्रवाई नहीं की गई है।
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए मानवाधिकार आयोग के सदस्य राम सिंह मीना पूर्व (आईपीएस ) द्वारा एसएसपी देहरादून को नोटिस जारी कर आदेश जारी किए गए।
*आदेश*
शिकायतकर्ता भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी ने देहरादून के सुद्धोवाला में सरकारी भूमि की तारबाड़ काटने व निर्माणधीन दीवार को गिराने के मामले में अपर सचिव वित्त उत्तराखंड के मौके पर पहुँचने, इस मामले मे झाझरा, थाना प्रेमनगर के उपनिरीक्षक हर्ष अरोड़ा द्वारा उनसे बहस करने, कुछ समय पूर्व हिंदुस्तान अख़बार के वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश सती द्वारा अपना परिचय देने के उपरान्त भी उस दरोगा द्वारा उनसे भी अभद्र व्यवहार करने तथा दोनों प्रकरणों में रिपोर्ट तलब कर कार्यवाही किये जाने के संबंध में शिकायती पत्र प्रस्तुत किया गया है।
शिकायती पत्र की प्रति वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून को भेज दी जाये, कि वह इस संबंध मे अपनी आख्या आगामी दिनांक तक आयोग के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
पत्रावली 28.07.2025 को प्रस्तुत हो।

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